कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। इस नियुक्ति पर बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने तीखा हमला बोला है।
पांडेय ने कहा कि भूपेश बघेल को कांग्रेस का ‘एटीएम’ यानी ‘ऑलवेज ट्रांसफर मनी’ कहा जाता था, लेकिन अब डिजिटल युग में वे ‘पेटीएम’ यानी ‘प्लीज ट्रांसफर मनी’ बन गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बघेल अब कांग्रेस के अघोषित कोषाध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।
सांसद पांडेय ने दावा किया कि जहां भी कांग्रेस ने भूपेश बघेल को प्रभारी या पर्यवेक्षक बनाकर भेजा, वहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने असम, पंजाब और उत्तराखंड का उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में भी यही कहानी दोहराई जाएगी।
पांडेय ने सवाल उठाया, “बघेल बिहार में जाकर क्या बताएंगे – कोयला घोटाले के 250 करोड़, शराब घोटाले के 2000 करोड़, या फिर सट्टा घोटाले में युवाओं को दिशाहीन करने की कहानी?”
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में हुए भ्रष्टाचार के पैसों का इस्तेमाल देशभर के चुनावों में कर रही है और इसी वजह से बघेल को हर चुनावी राज्य में प्रभारी बनाकर भेजा जाता है।