कुशीनगर के कसया और पडरौना क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के मद्देनज़र यातायात व्यवस्था में कुछ बदलाव किए गए हैं। 3 और 4 अक्टूबर को सुबह 8 बजे से विसर्जन समाप्त होने तक कुछ रास्तों पर डायवर्जन और नो-एंट्री लागू रहेगी। यह कदम यातायात को सुचारू रखने और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
बिहार, बांसी और खिरकिया से पडरौना आने वाले वाहनों के लिए:
बिहार, बांसी और खिरकिया की तरफ से आने वाले चार पहिया और छोटे वाहनों (ज़रूरी सेवाओं को छोड़कर) का रास्ता कस्तूरबा प्राइमरी विद्यालय, बांसी रोड पर रोक दिया गया है। वहीं, बड़े और कमर्शियल वाहन बिन्दवलिया बगीचा (राज फर्नीचर) से शहर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
पडरौना से बिहार जाने वाले वाहनों के लिए:
कसया और रामकोला से खिरकिया या बिहार जाने वाले चार पहिया और व्यावसायिक वाहनों (ज़रूरी सेवाओं को छोड़कर) पर बड़ी नहर पडरौना, खिरिया टोला और अमवा फार्म कटनवार मोड़ पर पूरी तरह से रोक रहेगी। अम्बे चौक से भी कोई भारी या चार पहिया वाहन खिरकिया की ओर नहीं जा सकेगा।
देवरिया और गोरखपुर से पडरौना आने वाले वाहनों के लिए:
पडरौना से कसया जाने वाले चार पहिया और व्यावसायिक वाहनों को बैरिया कांटा से गोपालगढ़ बाईपास के रास्ते जाना होगा। देवरिया से आने वाले वाहन कसया ओवरब्रिज से गोपालगढ़, बैरिया कांटा होकर जाएंगे। गोरखपुर से आने वाले भारी वाहन हाईवे बाईपास, गोपालगढ़ से बैरिया कांटा होते हुए आगे बढ़ेंगे।
नो-एंट्री का यह प्रबंध सुबह 8 बजे से शुरू होकर विसर्जन पूरा होने तक रहेगा। इस दौरान वाहनों को पहले से तय की गई जगहों पर ही पार्क करना होगा।