राजकोट: गुजरात की एक अदालत ने अल-कायदा से जुड़े तीन आतंकियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। ये तीनों आरोपी पिछले साल जुलाई में राजकोट के सोनी बाजार इलाके से गिरफ्तार किए गए थे।
जांच में पता चला कि ये तीनों आतंकी बांग्लादेश के रहने वाले हैं और नकली दस्तावेजों की मदद से भारत में घुसे थे। इनका मकसद गुजरात में अल-कायदा के लिए एक स्लीपर सेल (छुपी हुई इकाई) बनाना था। अपनी पहचान छुपाने के लिए ये पिछले 7-8 महीने से राजकोट में मजदूरी का काम कर रहे थे।
गुजरात एटीएस के मुताबिक, ये आतंकी संगठन के लिए युवाओं की भर्ती और फंडिंग जैसे गैरकानूनी काम कर रहे थे। इनमें से एक के पास से एक पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुए थे। इनकी गिरफ्तारी बांग्लादेश की एंटी टेररिस्ट यूनिट द्वारा पकड़े गए एक मास्टरमाइंड की निशानदेही पर हुई थी।