पंजाब के मोगा की एक साधारण लड़की परमजीत कौर उर्फ परम ने अपनी आवाज़ से पूरे देश को अपना दीवाना बना लिया है। सोशल मीडिया पर उन्हें लेडी सिद्धू मूसेवाला के नाम से जाना जा रहा है। उनका गाना ‘नीं मैं अड्डी नां पताशे जावां पोरदी’ हर किसी की ज़ुबान पर चढ़ा हुआ है।
मोगा के दुनेके गांव की रहने वाली परम का बचपन गरीबी में बीता। उनकी मां दूसरों के घरों में काम करती हैं और पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। संगीत का सफर उन्होंने दसवीं क्लास से शुरू किया था। आज वह मोगा के बीएम कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रही हैं और संगीत ही उनका विषय है।
उनकी कहानी सिर्फ एक गाने की सफलता नहीं, बल्कि एक सपने के सच होने की मिसाल है। कॉलेज में उन्होंने और उनके दोस्तों ने एक ग्रुप बनाया और दाना मंडी में प्रैक्टिस करके अपने गाने सोशल मीडिया पर डालने शुरू किए। यहीं से एक ब्रिटिश म्यूजिक प्रोड्यूसर मनी संधू की नजर उन पर पड़ी, जो उनकी आवाज़ से इतने प्रभावित हुए कि उनसे संपर्क करके भारत आए और उनका पहला गाना शूट किया।
यह गाना मोहाली की एक खुली लोकेशन पर शूट हुआ, जिसकी नेचुरल आवाज़ ने लोगों का दिल जीत लिया। आज उनके अपने ही गांव के बच्चे से बड़े तक उनका गाना गुनगुना रहे हैं। परम का सपना है कि वे अपने माता-पिता के लिए एक अच्छा घर बनवाएं ताकि उनकी मां को अब दूसरों के घरों में काम न करना पड़े और पिता को मजदूरी न करनी पड़े।