80 के दशक में बॉलीवुड के दो बड़े सितारों, राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा की वजह से फिल्म निर्माता नरेंद्र बेदी को काफी नुकसान उठाना पड़ा। उनके बेटे और एक्टर रजत बेदी ने हाल ही में इस बारे में बात करते हुए कुछ दिलचस्प जानकारियां साझा कीं।
रजत के मुताबिक, उनके पिता नरेंद्र बेदी ने पहले राजेश खन्ना के साथ 2-3 फिल्मों पर काम करना शुरू किया था। लेकिन जब उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ भी फिल्में बनानी शुरू कीं, तो राजेश खन्ना इससे नाराज हो गए। इसकी वजह से वह बिना कुछ बताए 15 दिनों तक शूटिंग पर नहीं पहुंचे और आखिरकार फिल्म छोड़ दी।
नरेंद्र बेदी उस समय के जाने-माने निर्माता-निर्देशक थे, जिन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘बेनाम’ और ‘अदालत’ जैसी हिट फिल्में बनाई थीं। लेकिन बाद में उनकी परेशानियां बढ़ती चली गईं।
रजत ने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे एक दिन उनके पिता घर में ही गिर पड़े थे। उनकी मां घबरा गई थीं और डॉक्टर को बुलाना पड़ा। रजत ने कहा कि उनके पिता शराब के आदी हो गए थे और डिप्रेशन में थे।
उन्होंने आगे बताया, “मेरे पिता और राजेश खन्ना के बीच अमिताभ बच्चन को लेकर कुछ दिक्कतें थीं। पापा एक-दो फिल्म के लिए पूरी यूनिट के साथ पुणे गए थे और 10-15 दिन तक राजेश खन्ना के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन वह कभी नहीं आए। इस वजह से पापा को वह प्रोजेक्ट बंद करने पड़े।”
रजत ने यह भी कहा कि उन दिनों हीरो काफी प्रॉब्लमैटिक हुआ करते थे। उनके पिता और राजेश खन्ना अक्सर साथ में शराब पीते थे। उनके घर में शराब की क्रेट्स रखी रहती थीं और यह लाइफस्टाइल काफी डरावनी थी।
धीरे-धीरे नरेंद्र बेदी की मुश्किलें बढ़ती गईं। वह पार्टनरशिप में काम करते थे, लेकिन बाद में उन्हें उनके शेयर मिलने बंद हो गए और कई लोगों ने उनके साथ धोखाधड़ी की।