लंदन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ बर्बरता, भारतीय उच्चायोग ने जताया गुस्सा
लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ बर्बरता की एक शर्मनाक घटना सामने आई है। सोमवार को कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने प्रतिमा पर पेंट से ‘गांधी’, ‘मोदी’ और ‘हिंदुस्तानियों’ को आतंकी बताते हुए आपत्तिजनक शब्द लिखे।
भारतीय उच्चायोग ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई है। उच्चायोग ने इसे सिर्फ एक प्रतिमा की बर्बादी नहीं, बल्कि महात्मा गांधी के अहिंसा और शांति के सिद्धांतों पर हमला बताया है। यह घटना अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस (2 अक्टूबर) से महज तीन दिन पहले हुई है, जिसे और भी ज्यादा गंभीर माना जा रहा है।
उच्चायोग ने स्थानीय अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है और प्रतिमा की मरम्मत तथा भविष्य में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ मिलकर काम कर रहा है। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह प्रतिमा 1968 में प्रसिद्ध पोलिश-भारतीय मूर्तिकार फ्रेडा ब्रिलियंट द्वारा बनाई गई थी और इसे यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के पास स्थित टैविस्टॉक स्क्वायर में लगाया गया है। गांधी जी自身 1888 से 1891 तक UCL में कानून का अध्ययन करने के लिए रहे थे। हर साल गांधी जयंती पर इस प्रतिमा के पास श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किए जाते हैं।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब गांधी जी की एक प्रतिमा को निशाना बनाया गया है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में भी उनकी प्रतिमाओं के साथ वंदना की घटनाएं हो चुकी हैं। ब्रिटेन में भी पहले कभी खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारतीय उच्चायोग पर हमला और विदेश मंत्री जयशंकर की कार को घेरने जैसी घटनाएं हुई हैं।