जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं साने ताकाइची। सत्ताधारी लिब्रल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) ने उन्हें अपना नया अध्यक्ष चुना है। जापान में बहुमत वाली पार्टी का अध्यक्ष ही देश का प्रधानमंत्री बनता है।
ताकाइची पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की करीबी रही हैं, जो जापान के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले PM थे।
कॉलेज के दिनों में हेवी मेटल बैंड में बजाती थीं ड्रम
साने ताकाइची का जन्म 1961 में जापान के नारा प्रांत में हुआ था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वे बचपन से ही अपने माता-पिता के खिलाफ बगावती रवैया रखती थीं।
नारा हाई स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें टोक्यो की एक बड़ी यूनिवर्सिटी से हायर एजुकेशन का ऑफर मिला, लेकिन माता-पिता ने प्राइवेट यूनिवर्सिटी का खर्च उठाने से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने कोबे यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की।
ताकाइची ने बताया कि स्कूल के दिनों में देरी होने पर वे बाइक से आती थीं, उसे स्कूल के पीछे पार्क करके दीवार फांदकर अंदर घुसती थीं। कॉलेज के समय वे एक हेवी मेटल बैंड में ड्रमर थीं। उनकी परफॉर्मेंस इतनी जोरदार होती थी कि ड्रम की स्टिक तक टूट जाती थी।
राजनीति में आने से पहले वे एक लेखक और टीवी प्रेजेंटर भी रह चुकी हैं। उन्होंने अपनी किताब में प्रेम प्रसंगों के बारे में भी खुलकर लिखा है।
जापानी राजनीति की ‘आयरन लेडी’
साने ताकाइची पर ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर का गहरा प्रभाव है। थैचर को उनकी सख्त छवि के कारण ‘आयरन लेडी’ कहा जाता था।
थैचर से मुलाकात के बाद ताकाइची ने महसूस किया कि जापान की पुरुषप्रधान राजनीति में टिकने के लिए उन्हें भी कठोर और आत्मविश्वासी बनना होगा। तब से उनके राजनीतिक फैसले और काम करने का तरीका थैचर जैसी दृढ़ता दिखाता है।
सांसदों से कहा- ‘घोड़े की तरह करें काम’
ताकाइची को पारंपरिक मूल्यों का समर्थक माना जाता है। आलोचकों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व की दौड़ के दौरान उन्होंने महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर चुप्पी साध ली थी।
पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने सभी सांसदों और सदस्यों से ‘घोड़े की तरह काम’ करने को कहा। उन्होंने कहा कि वे ‘वर्क-लाइफ बैलेंस’ को छोड़ देंगी।
वे चीन विरोधी हैं और अमेरिका के साथ हुई ट्रेड डील के भी खिलाफ हैं। उनका कहना है कि इस पर फिर से बातचीत होनी चाहिए। वे समलैंगिक विवाह की विरोधी हैं। उनका मानना है कि इससे पारिवारिक मूल्य कमजोर होते हैं। वे देश में पुरुष राजा होने की समर्थक हैं और रानी के शासन के खिलाफ हैं। उन्होंने विदेशियों के जापान में आने के नियमों को सख्त करने की मांग भी की है। वे पति-पत्नी के अलग-अलग सरनेम रखने के भी खिलाफ हैं।
2017 में पति को दिया था तलाक, 4 साल बाद फिर से की शादी
साने ताकाइची ने 2004 में अपनी ही पार्टी के सांसद ताकू यामामोटो से शादी की थी। लेकिन जुलाई 2017 में दोनों ने राजनीतिक मतभेदों के चलते तलाक ले लिया। चार साल बाद, दिसंबर 2021 में दोनों ने दोबारा शादी कर ली। इसके बाद उन्होंने अपना सरनेम बदलकर ताकाइची कर लिया।
यासुकुनी तीर्थ स्थल का दौरा
जापान की राजधानी टोक्यो में स्थित यासुकुनी तीर्थ स्थल पर द्वितीय विश्व युद्ध में मारे गए जापानी सैनिकों की आत्माओं को सम्मानित किया जाता है। यहां WWII के दोषी ठहराए गए युद्ध अपराधियों को भी सम्मान दिया गया है। चीन और दक्षिण कोरिया इसे जापानी साम्राज्यवाद का प्रतीक मानते हैं।
जब जापान का कोई प्रधानमंत्री यासुकुनी का दौरा करता है तो इन देशों में नाराजगी होती है। ताकाइची ने PM दावेदारी से पहले 15 अगस्त को यासुकुनी का दौरा किया था, जिसकी काफी चर्चा हुई थी।