गुजरात के दाहोद जिले में एक हृदयविदारक घटना हुई है। पटवन गांव की 28 वर्षीया जयश्रीबेन ने शनिवार को अपने दोनों छोटे बेटों को गोद में लेकर मुंबई जा रही मालगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। यह घटना सुबह लगभग 11 बजे लिमखेड़ा रेलवे स्टेशन के पास हुई। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार के अनुसार, जयश्रीबेन लगभग 10 साल से अपने पति, सास और ससुर द्वारा हो रही शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना से तंग आ चुकी थीं। उसके पिता रतन सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को बीएड तक पढ़ाया था, लेकिन शादी के बाद उसका जीवन नर्क बन गया। दो दिन पहले ही जयश्रीबेन ने मार खाने के बाद मायके आकर इसकी शिकायत की थी और उसका इलाज भी कराया गया था।
जयश्रीबेन की मां धनीबेन ने बताया कि उनकी बेटी ने अपने बच्चों के भविष्य के चलते तलाक लेने से भी इनकार कर दिया था। हालांकि, परिवार ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन मामला लंबा चलने के बाद जयश्रीबेन को वापस ससुराल जाना पड़ा। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और परिवार ने आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।