वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका में सरकारी शटडाउन का संकट गहराता जा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लगातार चौथी बार फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए हैं, जिसके चलते देश में शटडाउन अब चौथे दिन में भी जारी है और यह सोमवार तक खिंच सकता है।
सीनेट में हुई वोटिंग में रिपब्लिकन समर्थित बिल को पास होने के लिए जरूरी 60 वोट नहीं मिल सके। बिल को महज 54 वोट ही मिले। वोटिंग के तुरंत बाद विपक्षी डेमोक्रेट सांसद हॉल से बाहर निकल गए।
क्या है विवाद?
मामला स्वास्थ्य बीमा सब्सिडी को लेकर है। डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि महामारी के दौरान दी गई टैक्स क्रेडिट्स (हेल्थ केयर सब्सिडी) को बढ़ाया जाए, ताकि लाखों अमेरिकियों को सस्ता स्वास्थ्य बीमा मिल सके। वहीं, रिपब्लिकन इस पर होने वाले अतिरिक्त खर्च को लेकर चिंतित हैं।
7 लाख से ज्यादा कर्मचारियों पर असर
शटडाउन की वजह से करीब साढ़े सात लाख सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि इनमें से तीन लाख कर्मचारियों की छंटनी भी हो सकती है। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं जैसे मेडिकल, सीमा सुरक्षा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल जारी रहेंगी।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
रिपब्लिकन नेता जॉन थ्यून ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने कट्टर समर्थकों के दबाव में आकर सरकार बंद करवा दी। वहीं, डेमोक्रेट नेता चक शूमर का कहना है कि ट्रम्प अमेरिका के हेल्थ केयर प्रोग्राम को सुरक्षित करने से इनकार कर रहे हैं और शटडाउन के लिए वही जिम्मेदार हैं।
स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा, “सरकार का खुला रहना पूरी तरह डेमोक्रेट्स के हाथ में था। फंडिंग बिल पास होता तो शटडाउन टल सकता था।”
आगे की राह
रिपब्लिकन पार्टी सीनेट में देर रात एक बार फिर फंडिंग बिल पर वोट कराने की तैयारी कर रही है। पार्टी के नेताओं ने कहा है कि जब तक डेमोक्रेट्स बिल का समर्थन नहीं करेंगे, तब तक इसे रोजाना पेश किया जाएगा।
अमेरिका में 2019 के बाद यह पहला सरकारी शटडाउन है। उस समय ट्रम्प के कार्यकाल में ही 35 दिन का सबसे लंबा शटडाउन लगा था, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।