चंडीगढ़ के सेक्टर-30 स्थित दशहरा ग्राउंड में एक चौंकाने वाली घटना हुई, जहाँ देर रात कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने रावण के पुतले में आग लगा दी। इस अचानक हमले से मैदान में मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही अग्निशामक दल मौके पर पहुंचे और उन्होंने आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक विशाल पुतला पूरी तरह से जलकर राख हो चुका था।
इस घटना के बीच, चंडीगढ़ में दशहरा उत्सव की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस साल शहर के 10 अलग-अलग स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। इसी को देखते हुए रामलीला आयोजक कमेटियों ने सुरक्षा के मद्देनज़र ख़ास इंतज़ाम किए हैं और केवल पुलिस पर निर्भर न रहकर प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों की मदद भी ली है।
इनमें सबसे बड़ा आकर्षण सेक्टर-46 का दशहरा मैदान होगा, जहाँ सनातन धर्म कमेटी ने 101 फीट ऊँचे रावण के पुतले के साथ ही 90 फीट के मेघनाद और 95 फीट के कुंभकर्ण के पुतले तैयार किए हैं।
शहर के अन्य इलाकों में भी भव्य पुतले बनाए गए हैं:
* सेक्टर-29 में 80 फीट का रावण, 75 फीट का कुंभकर्ण और 70 फीट का मेघनाद।
* सेक्टर-34 में 65 फीट का रावण और 60-60 फीट के मेघनाद व कुंभकर्ण।
* सेक्टर-27 में 75 फीट का रावण, 70 फीट का मेघनाद और 65 फीट का कुंभकर्ण।
* सेक्टर-17 में 70 फीट का रावण और 65-65 फीट के मेघनाद व कुंभकर्ण।
इसके अतिरिक्त, सेक्टर-24, 43 और 48 में भी दशहरा समारोह मनाया जाएगा। इन सभी जगहों पर स्थानीय रामलीला कमेटियों ने दशहरे के मौके पर विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी तैयारी की है।