न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद की रेस अचानक दिलचस्प हो गई है। मौजूदा डेमोक्रेट मेयर एरिक एडम्स ने अगले चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया है। भ्रष्टाचार के आरोपों, गिरती लोकप्रियता और चुनावी फंड की कमी ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
एडम्स, जो पहले अफ्रीकी-अमेरिकी मेयर हैं और वर्किंग-क्लास वोटर्स में उनकी मजबूत पकड़ थी, लेकिन संघीय जांच और प्रशासनिक विफलताओं ने उनकी साख को गहरा झटका दिया। दिसंबर 2023 में उनकी मंजूरी दर 28% थी, जो अब घटकर 10% से भी नीचे पहुंच गई है।
अब न्यूयॉर्क की सत्ता की दौड़ में भारतीय मूल के डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जोहरान ममदानी सबसे आगे नजर आ रहे हैं। 4 नवंबर 2025 को होने वाले चुनाव में उनका मुकाबला पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो से होने की संभावना है।
जोहरान ममदानी: प्रगतिशील नए चेहरे
33 वर्षीय ममदानी क्वींस से न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य हैं और नई पीढ़ी के प्रगतिशील नेता माने जाते हैं। उनका फोकस आवास संकट, बढ़ते किराए पर लगाम, महंगाई नियंत्रण और भ्रष्टाचार विरोध पर है। NYT/सिएना सर्वे के मुताबिक, उन्हें 52% लोगों का समर्थन हासिल है। जनवरी में उनकी लोकप्रियता 35% थी, जो सितंबर तक बढ़कर 44-46% हो गई है।
एंड्रयू कुओमो: दिग्गज डेमोक्रेट नेता
67 वर्षीय कुओमो पूर्व गवर्नर और पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वे कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचे के विकास और आर्थिक पुनर्निर्माण को प्रमुख मुद्दा बना रहे हैं। उनकी रणनीति एडम्स के समर्थकों और पारंपरिक डेमोक्रेट वोटर्स को अपनी ओर खींचने की है। हालांकि, 59% लोग उन्हें पसंद नहीं करते और उनका समर्थन 24-26% पर अटका हुआ है।
कर्टिस स्लिवा: रिपब्लिकन की मुश्किल राह
71 वर्षीय स्लिवा रिपब्लिकन नेता और गार्जियन एंजेल्स के संस्थापक हैं। वे अपराध नियंत्रण और सख्त प्रवासी नीति पर चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन न्यूयॉर्क में रिपब्लिकन का जीतना मुश्किल माना जाता है। स्लिवा को महज 13-15% समर्थन हासिल है और उनकी जीत की संभावना नहीं के बराबर है।
दिलचस्प बात यह है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने पार्टी के उम्मीदवार स्लिवा के बजाय एंड्रयू कुओमो पर दांव लगाया है। ट्रम्प की रणनीति है कि कुओमो ही वह चेहरा हैं जो मध्यमार्गी मतदाताओं को जोड़कर ममदानी को रोक सकते हैं।