दिवाली से पहले घर पेंट कराते वक्त बरतें सावधानी, मानक से ज़्यादा लेड है खतरनाक
दिवाली से पहले लोग घर की साफ-सफाई और पेंटिंग करते हैं। सबका ध्यान इस बात पर होता है कि घर चमकदार और खूबसूरत दिखे। लेकिन इस चमक के पीछे एक बड़ा खतरा भी छुपा हो सकता है। दरअसल, कई पेंट्स में लेड यानी सीसा होता है, जो सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2021 में लेड के संपर्क में आने से दुनिया भर में 15 लाख लोगों की मौत हुई थी। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया का हर तीसरा बच्चा लेड पॉइजनिंग का शिकार है और इसकी एक बड़ी वजह पेंट में मिला लेड भी है।
भारत में कई पेंट्स में लेड की मात्रा सुरक्षित स्तर से कई गुना ज़्यादा पाई गई है, जो बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए गंभीर जोखिम पैदा करती है। एक स्टडी में पता चला कि भारतीय बाजार में बिक रहे पेंट्स में लेड की मात्रा 189 ppm से लेकर 1,09,289 ppm तक हो सकती है, जो भारत सरकार के तय मानक (90 ppm) से कहीं अधिक है।
लेड क्या है और यह सेहत के लिए कितना नुकसानदायक है?
लेड (सीसा) एक जहरीली धातु है, जिसका इस्तेमाल पेंट में चमक बढ़ाने और उसे गाढ़ा करने के लिए किया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, लेड की कोई भी मात्रा शरीर के लिए सुरक्षित नहीं है। यह हमारी किडनी, लिवर, दिमाग, हड्डियों और दांतों जैसे अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। यह खासतौर पर छोटे बच्चों के लिए ज़्यादा खतरनाक है क्योंकि उनका दिमाग और नर्वस सिस्टम अभी विकास के stage में होता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के मुताबिक, लेड बच्चों के IQ लेवल पर चार से पांच पॉइंट तक असर डाल सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह बेहद जोखिम भरा है। इससे समय से पहले जन्म, मृत शिशु का जन्म, शिशु का वजन कम होना या गर्भपात जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
सुरक्षित पेंट की पहचान कैसे करें?
- पेंट खरीदते समय हमेशा ‘लेड-फ्री’ या ‘नॉन-टॉक्सिक’ लिखे प्रोडक्ट्स को ही चुनें।
- पेंट के डब्बे पर लेड की मात्रा (ppm में) ज़रूर चेक करें। यह 90 ppm से कम होनी चाहिए।
- ऐसे पेंट्स को प्राथमिकता दें जिनमें तेज़ गंध न हो और जो पर्यावरण के अनुकूल हों।
- ब्रांडेड और विश्वसनीय कंपनियों के उत्पाद ही खरीदें।
लेड-फ्री पेंट न सिर्फ बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित होते हैं, बल्कि ये पर्यावरण के लिए भी बेहतर होते हैं और लंबे समय तक प्रदूषण नहीं फैलाते। इनके इस्तेमाल से घर के अंदर की हवा भी साफ और ताज़ा बनी रहती है।
इस दिवाली, घर की खूबसूरती बढ़ाने के साथ-साथ अपनी सेहत का भी पूरा ख्याल रखें और सुरक्षित, लेड-फ्री पेंट का ही चुनाव करें।