उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित बाबा नीम करोली महाराज का कैंची धाम एक बार फिर चर्चा में है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बने इस मंदिर में अब युवाओं की भीड़ तेजी से बढ़ रही है।
ताजा सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि हर पांच हजार श्रद्धालुओं में से करीब 70 फीसदी युवा हैं, जिनकी उम्र 15 से 30 साल के बीच है। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित इस धाम में रोजाना भक्तों का सैलाब उमड़ता है। बॉलीवुड सितारों से लेकर दुनिया की जानी-मानी हस्तियां यहां आ चुकी हैं।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग, एपल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स, हॉलीवुड स्टार जूलिया रॉबर्ट्स और भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली जैसी हस्तियों ने भी यहां माथा टेका है। मान्यता है कि मुश्किल दौर में बाबा ने इनकी किस्मत बदलने का काम किया।
नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में युवाओं के बीच बढ़ती इस आस्था को भविष्य के लिए एक सुखद पहलू माना जा रहा है।
बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर में हुआ था। उनका वास्तविक नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। 17 साल की उम्र में ही उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हो गई थी। 1964 में उन्होंने कैंची धाम आश्रम की स्थापना की और यहां हनुमान मंदिर स्थापित किया। 11 सितंबर 1973 को बाबा ने अपने प्राण त्याग दिए, लेकिन उनकी आस्था और चमत्कारों की कहानियां आज भी लोगों के बीच जिंदा हैं।