दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष आर्यन मान की एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की पारंपरिक वर्दी ‘गणवेश’ में नजर आ रहे हैं और हाथ में दंड (लाठी) लिए हुए हैं।
यह तस्वीर विजयादशमी के मौके पर आरएसएस के शताब्दी वर्ष में होने जा रहे पथ संचलन की तैयारियों के दौरान ली गई है। आर्यन मान ने खुद इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया और लिखा, “हो गया है शंखनाद, शस्त्र हाथ में ले चला।”
इस पोस्ट और तस्वीर ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ लोग इसे आर्यन के ‘साहसिक कदम’ के तौर पर देख रहे हैं, तो कुछ लोग इन्हें ‘राजनीतिक महत्वाकांक्षा’ से जोड़कर देख रहे हैं।
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर मनू महादेव ने इस पर एक टिप्पणी करते हुए लिखा कि आर्यन को इस ड्रेस में देखकर कुछ ‘क्रांतिकारी’ लोग उन्हें ‘नकली जाट’ घोषित कर सकते हैं। उन्होंने आगे लिखा, “भगवान भली करे, बाकी खाकी निक्कर में बेटे को किसी की नजर न लगे।”
वहीं, एक अन्य यूजर मनु चौधरी ने लिखा, “बस यहीं पर आकर जाट खत्म हो जाता है, जब वो संघी हो जाता है।” हालाँकि, इसका जवाब देते हुए कुछ लोगों ने सवाल किया कि क्या केवल एक खास पार्टी से जुड़े लोग ही जाट नेता हो सकते हैं?
गौरतलब है कि आर्यन मान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े हैं और हाल ही में उन्होंने DUSU का चुनाव जीता है। उनकी जीत में सेलिब्रिटीज जैसे रणदीप हुड्डा, संजय दत्त और सोनू सूद के प्रचार ने भी बड़ी भूमिका निभाई थी। जीत के बाद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें गले लगाकर बधाई भी दी थी।
आर्यन मान ने कहा है कि वे भविष्य में मुख्यधारा की राजनीति में आना चाहते हैं और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से प्रेरणा लेते हैं, जो खुद छात्र राजनीति से सक्रिय राजनीति में आईं थीं।