अमृतसर में आज दशहरे का त्योहार बहुत ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। शहर के मशहूर धार्मिक स्थल दुर्ग्याणा तीर्थ में शाम को सूरज ढलने के बाद रावण का पुतला जलाया जाएगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की उम्मीद है, जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम
दुर्ग्याणा मंदिर के आसपास पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। ट्रैफिक पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक रास्ते जारी किए हैं। दोपहर 3 बजे के बाद कुछ रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो और कार्यक्रम बिना किसी रुकावट के पूरा हो सके।
किन रास्तों पर रोक?
मिली जानकारी के मुताबिक, किला गोबिंदगढ़ से रेलवे स्टेशन की बैक साइड तक जाने वाला रास्ता बंद रहेगा। इसी तरह, हाथी गेट चौक से दुर्ग्याणा मंदिर और बड़ा हनुमान मंदिर ग्राउंड तक का रास्ता भी दोपहर 3 बजे के बाद बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान वाहन चालकों से इन इलाकों से न गुजरने की गुजारिश की गई है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने वाहन दुर्ग्याणा पार्किंग में ही खड़ा करें। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि नियमों का पालन करने से कार्यक्रम सुचारू रूप से चलेगा।
हर साल दशहरे पर हजारों लोग रावण दहन देखने पहुंचते हैं और अमृतसर का दुर्ग्याणा तीर्थ इसका मुख्य केंद्र होता है। इस बार भी लोगों में काफी उत्साह है और प्रशासन पूरी तरह सजग है।