बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पश्चिम चंपारण जिले में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। सुरक्षा के लिए CAPF और बिहार पुलिस के जवानों ने मिलकर एक खास जांच अभियान शुरू किया है। इसका मकसद चुनाव के माहौल में किसी भी तरह की गड़बड़ी या अपराधिक घटनाओं को रोकना है।
प्रशासन ने जिले के संवेदनशील इलाकों, मुख्य चौराहों, बस स्टैंड और बाजारों में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है ताकि अवैध हथियार, नकदी, शराब या किसी भी संदिग्ध चीज की आवाजाही पर रोक लग सके।
गांव-कस्बों में भी जोरदार तलाशी
पुलिस की टीमें अब सीमावर्ती और ग्रामीण इलाकों में भी बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रही हैं। सुरक्षा और मजबूत करने के लिए ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी भी शुरू की गई है, ताकि ऊंचे और दुर्गम इलाकों पर भी पैनी नजर रखी जा सके।
चुनाव में बाधा डालने वाले असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए विशेष टीमें भी बनाई गई हैं। हर थाने में कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
हिंसा या धमकी बर्दाश्त नहीं
जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा। किसी भी तरह की हिंसा, धमकी या उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस और प्रशासन का मुख्य लक्ष्य यही है कि हर मतदाता को डरमुक्त माहौल मिले और वह बिना किसी दबाव के वोट डाल सके।
इन सभी कदमों से साफ जाहिर है कि इस चुनावी मौसम में शांति, निष्पक्षता और पारदर्शिता सबसे ऊपर है। यह विशेष अभियान वोटिंग वाले दिन तक चलेगा, ताकि हर एक मतदाता बिना किसी डर के अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सके।